प्रज्ञा ने सरकार की नीतियों पर अध्ययन और संवाद के लिए लोकनीति केन्द्र की स्थापना की। जिसका उद्घाटन 5 मार्च 2014 जाने-माने संविधान विशेषज्ञ श्री सुभाष कश्यप ने किया। उद्घाटन के अवसर पर लोकतंत्र में दल व्यवस्था पर संवाद का आयोजन भी किया गया। इस संवाद में न्यूज चैलनों के संपादकों की संस्था एनबीईए के महासचिव एनके सिंह ने भी हिस्सा लिया।
लोकनीति केन्द्र ने शिक्षा व्यवस्था में एकल अभियान की भूमिका पर श्री श्याम गुप्त को अपनी बात रखने के लिए आमंत्रित किया। इसी कड़ी में किसान समस्या और जमीन अधिग्रहण पर बात करने के लिए भाजपा नेता गोपाल अग्रवाल, किसान चैनल के सलाहकार नरेश सिरोही और कृषि विशेषज्ञ रवींद्र अग्रवाल को लोकनीति केन्द्र में आंमंत्रित किया गया। इस बात चीत पर एक पुस्तिका लोकनीति केन्द्र ने प्रकाशित की है।
इसी कड़ी दिनमान से अपनी पत्रकारिता की पारी शुरू करने वाले और जनसत्ता के सथानीय संपादक रहे बनवारी जी की पुस्तिका भारतीय इतिहास दृष्टि को प्रकाशित किया है। बनवारी जी इस समय समाज समीक्षण केन्द्र चेन्नै से जुड़े हैं। इस पुस्तिका में बनवारी जी ने इतिहास लेखन की विसंगति को अपना विषय बनाया है। प्रज्ञा ने निर्णय किया कि सोशल मीडिया पर भी प्रज्ञा और लोकनीति केन्द्र की गतिविधियों पर भी लाया जाए। इस क्रम में प्रज्ञा संस्थान की अपनी वेबसाइट www.pragyasansthan.org और लोकनीति केन्द्र www.loknitikendra.com न्यूज पोर्टल है।