समर नहीं, समरसता
भारत की जीवन-व्यवस्था और चिंतन-प्रक्रिया में एक अद्भुत सामर्थ्य रही है। हजारों वर्ष प्राचीन हमारा देश आर्थिक, सामाजिक, राजकीय जैसे अनेक आघातप्रत्याघातों में से मार्ग खोजकर मानव जाति के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करता रहा है। भारत के अंतर में प्रवाहित ऊर्जा का सशक्त प्रवाह हर प्रकार के संकटों...